और इतना सब होने के बाद भी हमारी चीटिंग बेरोक चलती है। और इतना सब होने के बाद भी हमारी चीटिंग बेरोक चलती है।
बच्चे पूछ रहे हैं माँ से, हम स्कूल फ़िर से कब जा पाएंगे। बच्चे पूछ रहे हैं माँ से, हम स्कूल फ़िर से कब जा पाएंगे।
इस विद्यार्थी जीवन ने हमें धीरे धीरे सब कुछ सीखा दिया। इस विद्यार्थी जीवन ने हमें धीरे धीरे सब कुछ सीखा दिया।
बचपन पर जो छाले पड़े उन किताबों को धूप में छोड़ देना। बचपन पर जो छाले पड़े उन किताबों को धूप में छोड़ देना।
आखिर क्यों देनी पड़ती है औरत को ही अग्नि परीक्षा। आखिर क्यों देनी पड़ती है औरत को ही अग्नि परीक्षा।
कठपुतलियां औरों को भी बनने से बचा सकूँ। कठपुतलियां औरों को भी बनने से बचा सकूँ।